सिंचाई विभाग की दूरदर्शिता
- पारदर्शी कार्य संस्कृति
- सुनिश्चित, सुरक्षित, संतुलित व सामयिक सिंचाई व्यवस्था
- भूजल एवं सतही जल का संयोजित एवं संतुलित उपयोग
- सिंचाई एवं वर्टिकल ड्रेनेज
- सहभागी सिंचाई प्रबन्धन
- लम्बित परियोजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण करना व नई परियोजनाओं को समयान्तर्गत पूर्ण करना
- जनपद सिंचाई बन्धु के माध्यम से जनप्रतिनिधियों/कृषकों एवं अधिकारियों को सहभागिता से नहरों/नलकूपों का संचालन
"जल भगवान की दी हुई अमूल्य सम्पत्ति है। इसके बूंद-बूंद का संरक्षण, सुनियोजित प्रबन्धन एवं संतुलित उपयोग, जीव-जन्तु एवं वनस्पतियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए समाज, राज्य एवं राष्ट्र की सेवा में सतत् प्रयासरत्"